Page 36 - BSNL Cover
P. 36

34




                                                            श्रीमिी ववद्या.एस.राव,

                                                             ए.ओ.एस, पप्श्चम क्षेि


                                         अनमोल वचन



                   •  अपन जीवन   की तुलना क्रकसी क े साथ नहीं करनी चादहए । सूयि और चंद्र क े

                            े
                       बीच कोई तुलना नहीं है , जब जजसका वक्त आता है वह चमकता ह।
                                                                                            ै

                   •  ऊचाई पर वो पहुँचते हैं जो प्रनतशोि क े बजाय पररवतिन की सोच रखते ह।
                        ुँ
                                                                                                  ैं
                                        ु
                   •  जज़ंदगी छोटी नहीं होती है, लोग जीना ही दरी से शुरु करते हैं । जब तक रास्ते
                                                                    े
                       समझ में आते हैं तब तक लौटन का वक्त हो जाता ह। बस यही जज़ंदगी ह।
                                                        े
                                                                             ै
                                                                                                  ै
                   •  परमात्मा सभी को एक ही ममट्टी से बनाता ह। बस फक इतना है क्रक कोई बाहर
                                                                                 ि
                                                                      ै
                       से खूबसूरत होता है तो कोई भीतर से ।

                   •  गलत आरोपों को लेकर धचंनतत न रह बजल्क उसका सामना कर, याद   रर्खए

                                                               ें
                                                                                           ें
                       समय का ग्रहण तो चांद और सूयि भी झेलते हैं।
                   •  क्रकसी को तुम ददल से चाहो और वो तुम्हारी कदर न  कर तो ये उनकी बदनसीबी
                                                                                 ें

                       है तुम्हारी नहीं।

                   •  गरीबों को अच्छा वक्त आने की उम्मीद रहती है लक्रकन अमीरों को सदा बुरा
                                                                              े
                       वक्त आने का खौफ  रहता ह।
                                                    ै

                   •  भरोसा तो अपनी सांसों का भी नहीं है और हम इसान पर करते ह।
                                                                                          ैं
                                                                         ं
   31   32   33   34   35   36   37   38   39   40   41